Mukhyamantri Jal Swavlamban Abhiyan 2.0: मेरे प्यारे साथियों, आज हम आपको राजस्थान सरकार की मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान 2.0 [MJSA 2.0 Yojana] के बारे में बताएंगे। नयी मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना 2.0 एक अनूठी पहल है जिसके अन्तर्गत स्थानीय / ग्राम स्तर पर उपलब्ध जल संसाधन के संरक्षण, संग्रहण एवं सर्वधन हेतु आयोजना पूर्वक समन्वित प्रयास कर न्यूनतम जल उपलब्धता की दृष्टि से ग्रामों को स्वावलम्बी बनाने का लक्ष्य है। न्यूनतम जल उपलब्धता के परिप्रेक्ष्य में प्राथमिकताएँ निम्नानुसार प्रतिपादित की गई है:-
- मानव हेतु उपयुक्त एवं सुरक्षित पेय जल उपलब्धता।
- पशु पक्षीयों हेतु वांछित जल उपलब्धता ।
- मानव के दैनिक उपयोगार्थ जल उपलब्धता।
- अकाल की विभिषिका के प्रभावों को कम करने के संदर्भ में, अल्पवृष्टि तथा असमयवृष्टि की स्थिति में खरीफ की फसल को बचाने हेतु सिंचाई हेतु वांछित न्यूनतम जल उपलब्धता।
- क्षेत्र में रबी सिंचाई हेतु जल उपलब्धता।
इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको Mukhyamantri Jal Swavalamban Abhiyan 2.0 [MJSA 2.0 Yojana] से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होगी। आप इस आर्टिकल के माध्यम से इस योजना का उद्देश्य, लाभ एवं विशेषताएं आदि से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
Mukhyamantri Jal Swavlamban Abhiyan 2.0 in Rajasthan Budget 2024-25
8 फ़रवरी 2024 को वित्त मंत्री ने राजस्थान बजट 2024-25 पेश किया जिसमे उन्होंने कहा की "पेयजल एवं सिंचाई हेतु निर्मित की जा रही वृहद परियोजनाओं के साथ-साथ, छोटे-छोटे स्तर पर In situ जल संग्रहण करना भी अतिआवश्यक है। इसी दृष्टि से हमारी सरकार के पिछले कार्यकाल में जल संग्रहण एवं संरक्षण के लिए मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान की शुरूआत की गई थी। अब मैं, पुनः आगामी वर्ष से लगभग 11 हजार 200 करोड़ (ग्यारह हजार दो सौ करोड़) रुपये की राशि से मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान 2.0 शुरू किये जाने की घोषणा करती हूँ।"
वित्त मंत्री ने यह भी कहा की "इसके तहत आगामी चार वर्षों में 20 हजार गांवों में 5 लाख Water Harvesting Structures बनाये जायेंगे। प्रथम चरण में, आगामी वर्ष 5 हजार से अधिक गांवों में 3 हजार 500 करोड़ (तीन हजार पाँच सौ करोड़) रुपये की राशि से 1 लाख 10 हजार (एक लाख दस हजार) कार्य करवाये जाने प्रस्तावित हैं।"
मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान (MJSA) Yojana 2.0
मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.0 की घोषणा राजस्थान बजट 2024-25 में की गयी है। इस योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की न्यूनतम आवश्यकता की पूर्ति, जल उपलब्धता एवं अकाल के दौरान पानी के अभाव से उत्पन्न समस्याओं का निराकरण किया जाएगा। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन योजना 1.0 को राजस्थान सरकार द्वारा 27 जनवरी 2016 को झालावाड़ जिले में गांव गर्दनखेड़ी से आरंभ किया गया था। अब नए बजट भाषण में राजस्थान सरकार ने इसके दूसरे चरण की शुरुआत करने की घोषणा कर दी है।मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन योजना को जल संकल्प पर आधारित किया गया है जो कि प्रयुक्त जल संरक्षण की योजना में ग्रामीण इलाकों में उपलब्ध उपवाहन का संरक्षण, जलग्रहण, उचित उपयोग, नवीकरण और नए जल संचय संरचनाओं का निर्माण शामिल है। इस योजना के संचालन के लिए आम नागरिक भी किसी भी राशि का दान कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना 2.0 का उद्देश्य
- ग्राम स्तर पर पेयजल, दैनंदिन उपयोग एवं पशु पक्षियों हेतु वांछित न्यूनतम जल उपलब्धता सुनिश्चित करना।
- अकाल की विभिषिका के प्रभावों को यथा संम्भव गौण करना।
- जल संरक्षण एवं उपयोग के संदर्भ में आम जन को शिक्षित एवं जागरूक करना।
- आधुनिक एवं वैज्ञानिक कृषि विधियों का अवलम्बन करते हुए उपलब्ध जल का सर्वोत्तम उपयोग करना।
- कृषि, उद्यानिकी एवं वानिकी क्षेत्रफल एवं प्रति ईकाई उपज में वृद्धि करना।
- क्षेत्र में व्याप्त मृदा की गुणवत्ता, कृषि जलवायवी अनुक्षेत्र एवं जल उपलब्धता के परिपेक्ष्य में तकनिकी मानदण्डानुसार फसलों एवं फसलचक्र प्रतिपादित करते हुऐ स्थानीय कृषकों को अवलम्बन हेतु प्रेरित करना।
- जल की क्षति तथा व्यर्थता को रोकना उपयोग कर्ता का दायित्व है। चाहे कृषि प्रयोजनार्थ जल उपयोग हो अथवा दैनंदिन प्रयोग हेतु, जल क्षति रोकना महत्वपूर्ण आयाम है।
Mukhyamantri Jal Swavalamban Abhiyan 2.0 के लाभ तथा विशेषताएं
- मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना के दूसरे चरण [MJSA 2.0] की घोषणा राजस्थान सरकार द्वारा पेश किये गए बजट 2024-25 में की गयी है।
- आगामी वर्ष से लगभग 11, 200 करोड़ रुपये की राशि से मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान 2.0 शुरू होगा।
- इसके तहत आगामी चार वर्षों में 20 हजार गांवों में 5 लाख Water Harvesting Structures बनाये जायेंगे।
- इस योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की न्यूनतम आवश्यकता की पूर्ति, जल उपलब्धता एवं अकाल के दौरान पानी के अभाव से उत्पन्न समस्याओं का निराकरण किया जाएगा।
- इस योजना के प्रथम चरण [MJSA 1.0] को राजस्थान सरकार द्वारा 27 जनवरी 2016 को झालावाड़ जिले में गांव गर्दनखेड़ी से आरंभ किया गया था।
- इस योजना के संचालन के लिए आम नागरिक भी किसी भी राशि का दान कर सकते हैं।
राजस्थान मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन योजना के अंतर्गत प्राथमिकता सूची
- ऐसे गांव जहां IWMP/ अन्य वॉटर शेड परियोजना आदि स्वीकृत है।
- वह गांव जहां पीने का योग्य पानी उपलब्ध नहीं है यार और फ्लोराइड की मात्रा अधिक है।
- जिन गांवों में गत 5 वर्षों के दौरान टैंकरों से पेयजल आपूर्ति की गई है।
- वह गांव जिन्हें पिछले 5 वर्षों के दौरान अकाल घोषित किया गया हो।
- वह गांव जहां 70% कृषि भूमि वर्षा पर निर्भर करती है।
- मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक और अन्य योजनाओं के तहत आदर्श गांव।
- वह गांव जो वन विभाग के क्लस्टर के अंतर्गत आते हैं।
- योगदान देने के इच्छुक गांव।
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