प्रधान मंत्री किसान रेल योजना (PM Kisan Rail Scheme) केंद्र सरकार की एक नई पहल है। इस किसान रेल स्कीम 2024 के तहत भारतीय रेलवे किसानों के लिए से अलग से किसान रेल चला रही है। भारतीय रेलवे फल और सब्जियों के मालवहन के लिए ये नई रेलगाडियाँ (मालगाड़ी) चला रही है। इस योजना के अंतर्गत पहली किसान रेल 7 अगस्त 2020 को चली थी। पीएम किसान रेल योजना के तहत सबसे पहली रेल महाराष्ट्र के देवलाली से बिहार के दानापुर के बीच चली थी। इस योजना की घोषणा फरवरी में पेश हुए बजट 2020-21 में तत्कालीन फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण द्वारा कर दी गई थी।
जो सब्जी, फल या अन्य कृषि उत्पाद जल्दी ही खराब हो जाते हैं उनको उनके गंतव्य स्थान अथवा मंडियों तक समय पर पहुंचाना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है। फल और सब्ज़ियों को बचाकर किसानो को होने वाले नुक्सान कम किये जा रहे है और किसानों को अपनी फसल का उचित मूल्य मिल रहा है। किसान रेल योजना को पीपीपी (सार्वजनिक निजी भागीदारी) के माध्यम से चलाया जा रहा है।
किसान रेल योजना के तहत शीत भंडारण (Cold Storage) के साथ किसान उपज के परिवहन की भी अच्छी व्यवस्था की जा रही है।
प्रधानमंत्री किसान रेल योजना (PM Kisan Rail Scheme) 2024
प्रधानमंत्री किसान रेल योजना 2024 केंद्र सरकार द्वारा लागू की गयी किसानों के लिए एक महत्त्वपूर्ण योजना है। इस योजना के माध्यम से किसान अपनी फसल को देश के विभिन्न राज्यों में आसानी से पहुंचा पा रहे हैं। किसान रेल योजना के तहत चलने वाली पहली रेल ने महाराष्ट्र में देवलाली से बिहार में दानापुर के बीच में 32 घंटे में लगभग 1519 किलोमीटर का सफर तय किया था।
देश के किसान समुदाय की सेवा के क्रम में, किसान रेल मल्टी कमोडिटीज, मल्टी कंसाइनर्स और मल्टी कंसाइनीज के तहत ढुलाई हो रही है। किसान रेल अपने रूट पर पड़ने वाले स्टॉपेज के साथ मूल स्थान - गंतव्य तक जोड़ी में चल रही है। साथ ही किसानों और व्यापारियों को किसान रेल रूट पर पड़ने वाले सभी स्टॉपेज से लोडिंग / अनलोडिंग की अनुमति दी गयी है। सामान की ढुलाई की व्यसथा समन्वय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के द्वारा की जा रही है।
देवलाली से दानापुर तक पहली किसान रेल का शुभारम्भ
केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने केन्द्रीय रेल, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल की उपस्थिति में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हरी झंडी दिखाकर "देवलाली-दानापुर किसान रेल" का शुभारम्भ किया था। पीयूष गोयल इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे। केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने आम बजट 2020-21 में दूध, मांस और मछली सहित जल्द सड़ने वाले खाद्य पदार्थों की निर्बाध आपूर्ति श्रृंखला तैयार करने की घोषणा की थी और यह भी कहा था कि भारतीय रेल पीपीपी व्यवस्था के माध्यम से किसान रेल की शुरुआत करेगी।
पहली किसान रेल का रूट
पहली किसान रेल रूट पर पड़ने वाले चार राज्यों - महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार - को इस किसान रेल का फायदा हुआ था। पहली किसान रेल का रूट कुछ इस प्रकार था:-किसान रेल रूट: देवलाली > नासिक रोड > मनमाड > जलगांव > भुसावल > बुरहानपुर > खंडवा > इटारसी > जबलपुर > सतना > कटनी > मानिकपुर > प्रयागराज > पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर > बक्सर > दानापुर
किसान रेल योजना अथवा किसान रेल सेवा भारत में किसानों की आय को दोगुना करने के क्षेत्र में एक नया प्रयास है।
किसान रेल योजना अथवा किसान रेल सेवा भारत में किसानों की आय को दोगुना करने के क्षेत्र में एक नया प्रयास है।
पीएम किसान रेल से किसानों की फसल के लिए बाजार और उपयुक्त कीमत मिली
पीएम किसान रेल से मामूली लागत पर किसानों की फसल की देश के विभिन्न हिस्सों तक ढुलाई में सहायता मिलती है, जिससे किसानों को फायदा होता है। इससे प्रधानमंत्री के वर्ष 2024 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को हासिल करने में भी सहायता मिलेगी। केंद्रीय मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने जल्द सड़ने वाले सामानों की ढुलाई पर विशेष जोर के साथ समयबद्ध तरीके से परिवहन नेटवर्क को मजबूत बनाने को लेकर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आभार प्रकट किया।परिवहन की अनुपलब्धता के चलते जिन किसानों को अपनी कृषि उपज के लिए लाभकारी मूल्य नहीं मिलता, ऐसे किसानों के हितों को ध्यान में रख कर इस पीएम किसान रेल योजना का शुभारम्भ किया गया था। कोविड महामारी के मुश्किल दौर में जब सभी Supply Route बाधित हो गए थे, तब पीएम मोदी ने भारतीय रेलवे की मदद से किसान रेल शुरू करने का निर्णय लिया था। साथ ही कृषि और पशुपालन क्षेत्र में सड़ने वाले उत्पादों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर निर्बाध कोल्ड आपूर्ति श्रृंखला के निर्माण के द्वारा किसानों का कल्याण करने के लिए भी सरकार ने अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है।
केंद्र सरकार ने किसान रेल के द्वारा किसानों की बुनियादी जरूरत को पूरा किया तथा ऐसी व्यवस्था की जिससे कृषक गतिविधियों पर भविष्य में भी कोई प्रतिकूल असर नहीं पड़े।
किसान रेल योजना का फायदा
किसान रेल योजना का मुख्य फायदा यह है कि इस योजना से मामूली लागत पर किसानों की फसल की देश के विभिन्न हिस्सों तक ढुलाई की जा सकती है। परिवहन की अनउपलब्धता के कारण किसानों को जो नुकसान झेलना पड़ता था अब उससे छुट्टी मिल रही है।देश के किसान समुदाय की सेवा के क्रम में, किसान रेल मल्टी कमोडिटीज, मल्टी कंसाइनर्स और मल्टी कंसाइनीज के तहत ढुलाई हो रही है। किसान रेल अपने रूट पर पड़ने वाले स्टॉपेज के साथ मूल स्थान - गंतव्य तक जोड़ी में चल रही है। साथ ही किसानों और व्यापारियों को किसान रेल रूट पर पड़ने वाले सभी स्टॉपेज से लोडिंग / अनलोडिंग की अनुमति दी गयी है। सामान की ढुलाई की व्यसथा समन्वय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के द्वारा की जा रही है।
किसानों को ज्यादा संपन्न बनाने की दिशा में एक कदम है किसान रेल
श्री पीयूष गोयल ने कहा कि 1853 में बोरी बंदर से ठाणे के लिए पहली ट्रेन चलाई गई थी और अब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार द्वारा वर्ष 2020 से किसान रेल का संचालन किया जा रहा है। सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि योजना का शुभारम्भ किया, जिसमें किसानों के परिवार को 6,000 रुपये सालाना दिए जा रहे हैं और किसानों की आय दोगुनी करने के क्रम में कई अन्य योजनाएं/ कार्यक्रम शुरू किए गए हैं। रेल मंत्रालय खाद्य आपूर्ति श्रृंखला बढ़ाने पर भी काम कर रही है, जिससे किसानों को उनकी फसल की अच्छी कीमत मिल सकेगी।
पीएम किसान रेल ऑनलाइन बुकिंग प्रक्रिया
The farmers have to approach the Chief Parcel Supervisor of the Railway Stations from where the
Kisan Rail service is scheduled to originate or to have enroute stoppage, along with their
consignment. Due care is taken to ensure that the packing condition is not faulty. The consignment
is weighed and charges are levied as per the prescribed parcel rates (P-scale).
Subsidy of 50% on freight is given upfront to the farmers (i.e. they are charged only half the actual
freight for the consignment). The subsidy is being borne by the Ministry of Food Processing
Industries under their Operation Greens - TOP to Total scheme. Initially, the subsidy was on
limited (notified) types/ categories of fruits and vegetables.
PM Modi on Kisan Rail Scheme
Prime Minister Narendra Modi said that the "Kisan Rail" scheme aims to benefit farmers of the entire country as they can now sell their produce in urban areas. The Prime Minister stated that India's first Kisan rail has already started between Maharashtra and Bihar back in the year 2020. PM Modi said that "Small farmers have been connected through Kisan Rail directly. This train is also helping farmers of various states located on the routes of Kisan Rail. These are air-conditioned trains and it is like cold storage on rail tracks. People living in cities will now get fresh vegetables. Fare of trains in comparison to trucks is also low."
The trains under PM Kisan Rail Yojana runs on a weekly basis. The Prime Minister said that when small farmers reach big cities of the country, they gets encouraged towards growing fresh vegetables, animal husbandry and fisheries. "PM Kisan Rail Yojana opens way for more income of farmers from less land and also generates many new opportunities for employment and self-employment. These measures are collectively opening a new dawn for the agriculture sector in India," he said. The Prime Minister said that many reforms have been undertaken keeping in mind the interest of small farmers.
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